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Showing posts from March, 2020

#करोना बनाम #चाइनीज वायरस और संकल्पित भारत

यह करोना बनाम चाइनीज वायरस जैविक अघोषित युद्ध है चीन द्वारा इस बात का मानना उतना जरूरी नही जितना समझना।यह महामारी का दौर युद्धकाल है,इस लडाई में चिकित्सा से जरूरी सुरक्षा है।और इस सुरक्षा में प्रत्येक देशवासी स्वयं सिपाही है योद्धा है।दुश्मन हमारा अमूर्त और मजबूत है,देश-दुनिया मे मची तबाही इसका सबूत है।निश्चित रूप से जान-माल को नुकसान के मंसूबे में उसने जान जोखिम में डालकर औसत दर्जे के माल का विश्वव्यापी नुकसान कर दिया है स्वयं के लाभ की रणनीति के साथ।हालाकि उपमा विहीन रचा भारत को विधाता ने भारत के सम केवल भारत है,हम हारने वाले नहीं बल्कि हौंसले को हथियार बनाकर इतिहास रचने वाले हैं,लेकिन इस समय जरा सी लापरवाही की कीमत बहुत भारी होगी।मतलब हमें हमारे सुरक्षा कवच को किसी कीमत पर टूटने नहीं  देना है हमें #lockdown को डाउन नहीं होने देना है।                लेकिन गैर जरूरी आवागमन और विचरण न रुका तो हम भले ही न हारें लेकिन दुश्मन जीत सकता है।इसलिए जनहित में राष्ट्र हित में जारी दिशा-निर्देशों के प्रति संकल्पों को हमें युद्ध जीतने तक प्रतिपल याद रखना...

कनिका बनाम विष कन्या

राज तंत्र का इतिहास और वैदिक साहित्य विष कन्याओं से आच्छादित है,षणयंत्र की पोषक सामग्री से परवरिश हुआ करती थी बला की खूबसूरत कन्याओं को बचपन से ही तैयार किया जाता था शत्रुओं का छलपूर्वक जान-माल हानि के लिए,विष की अल्प मात्रा और विषैली वनस्पति एवं विषैले जीव-जंतुओं से अभ्यस्त किया जाता था।विशेष रुप से संगीत एवं नृत्य की आकर्षक कलाओं में पारंगत होती थी यह जहर से बुझी मदमस्त यौवन की मल्लिकाएं,विष कन्याएं।छल विद्या का प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद इनको देश-काल-परिस्थिति के अनुसार भेज दिया जाता था शत्रु मंडली में भोग-विलास की खलबली में।                 समय के साथ इनका कलेवर जरूर बदला है लेकिन कला नहीं, वर्तमान समय में तकनीक के दौर में शिकार स्वयं को इनके आस-पास रहकर स्वयं को धन्य समझता है और रसूख को सार्थक। राजनीति में इनकी महत्त्वपूर्ण भूमिकाएं भी वर्णनीय हैं और यह हर युग में हर समय में रहती हैं,आज भी हैं। गुप्त सूचनाएं प्राप्त करने के लिए मंसूबे को अंजाम देने के लिए  सरकारी मशीनरी,कार्यपालिका और न्यायपालिका भी इनकी जद में हो सकती है।    ...